Wednesday, March 30, 2016

हम ज़िंदगी में कितने भी आगे निकल जायें,

 














सुप्रभातम् 

हम ज़िंदगी में कितने भी आगे निकल जायें, फिर भी सेकेंडों लोग से पीछे रहेंगे...!
ज़िंदगी में कितने भी पीछे रह जाएँ, फिर भी सैकड़ों लोगों से आगे होगें..!
अपनी जगह का लुफ्त उठाएँ, आगे पीछे तो दुनिया में चलता रहेगा....!!!
जय श्री श्याम 

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