हम दुखी इसलिए रहते है क्योकि हम हमेशा भगवन से सुख मांगते रहते है
हम ये भूल जाते है की सुख दुःख तो एक ही सिक्के के पहलू है
जब एक मांगते है तो दूसरा भी अपने आप ही मिल जायेगा
इसलिए अगर हमेशा आनंदमय रहना है तो सुख दुःख दोनों में खुश रहना सीख लो
हम ये भूल जाते है की सुख दुःख तो एक ही सिक्के के पहलू है
जब एक मांगते है तो दूसरा भी अपने आप ही मिल जायेगा
इसलिए अगर हमेशा आनंदमय रहना है तो सुख दुःख दोनों में खुश रहना सीख लो
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