Subh Vichar
Wednesday, February 3, 2016
"सत्य" को कहने के लिए किसी
"सत्य" को कहने के लिए किसी
"शपथ" की जरुरत नहीं होती
"नदियों" को बहने के लिए किसी
"पथ" की जरुरत नहीं होती
जो बढ़ते हैं ज़माने में
अपने मजबूत इरादों के साथ
उन्हें अपनी "मंजिल" पाने के लिए
किसी "रथ" की जरुरत नहीं होती!!
1 comment:
Unknown
February 11, 2016 at 5:07 PM
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