Monday, September 26, 2016

पाप और पूण्य क्या है मुझे नहीं पता


जो सदा सन्तुष्ट रहते


घमंड न करना जिंदगी में


दो चीजों को कभी व्यर्थ

दो चीजों को कभी व्यर्थ
नहीं जाने देना चाहिए.....
अन्न के कण को
"और"
आनंद के क्षण को मुस्कुराते रहिए......
कभी अपने लिये कभी अपनों के लिये.

जीवन का प्रेरणा दायक बनना बहुत अच्छी बात है

जीवन का प्रेरणा दायक बनना बहुत अच्छी बात है
 मगर बिना प्रेरणा लायक बने यह कैसे संभव हो सकता है ?
 हम दूसरों को प्रेरणा दें उससे पूर्व यह आवश्यक हो जाता है 
कि हम दूसरों से प्रेरणा भी लें....

Friday, September 23, 2016

भगवत् गीता मे श्री कृष्णा ने बहुत बड़ी बात कही है कि......

भगवत्  गीता  मे  श्री  कृष्णा  ने  बहुत  बड़ी  बात  कही  है  कि......

यदि  आप  धर्म  करोगे  तो  आपको  ईश्वर  से  मांगना  ही  पड़ेगा...

लेकिन  यदि  आप  कर्म  करोगे  तो  ईश्वर  को,  आपको  देना  ही  पड़ेगा

"Impossible" को गौर से देखो

      "Impossible"   को
गौर  से  देखो , वो खुद कहता है
""I  m  Possible""
बस, देखने का नजरिया बदल दो और नामुमकिन को मुमकिन करो।


...
"उदास होने के लिए उम्र पड़ी है,
"नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है,
"अपनी हँसी को होंठों से न  जाने देना!
"क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पड़ी है...!!!

तेरी इनायत को समझू . . .


























बहुत ही छोटी बात मगर सच्ची बात . . .

















ऐसे जियो के अपने रब को


कोई ऐसी सेवा सौप मुझे


एक आईना कुछ ऐसा बना


अगर में तुम्हारी प्रार्थना का तुरन्त


Tuesday, September 20, 2016

वक्त कहता है मैं फिर न आऊंगा

वक्त कहता है मैं फिर न आऊंगा,
मुझे खुद नहीं पता
तुझे हसाऊंगा या रुलाऊंगा,
जीना है तो इस पल को जी ले, क्योंकि
मै किसी भी हाल में इस पल को, अगले पल तक रोक न पाऊंगा।

अपनी जिंदगी के किसी भी दिन को मत कोसना

"अपनी जिंदगी के
किसी भी दिन को मत कोसना".
           "क्योंकि;"
  "अच्छा दिन खुशियाँ लाता है"
      "और बुरा दिन अनुभव;.".
   "एक सफल जिंदगी के लिए    
          दोनों जरूरी होती है"

प्यार इंसान से करो...




















प्यार इंसान से करो....

हे प्रभु दोनों हाथ जोड़कर आपसे विनती है की ...


हे प्रभु 
दोनों हाथ जोड़कर 
आपसे विनती है की 
उन्हें खुश रखना 
जो मुझे याद करते है 

Monday, September 19, 2016

समझदार मैं एक हूँ


मैं पेड़ हूँ रोज गिरते है


विचार बहते हुए जल की तरह हैं।

विचार बहते हुए जल की तरह हैं। 
यदि आप उसमें गन्दगी मिलाएँगे तो वह नाला बन जायेगा, 
और सुगंध मिलाएंगे तो वही गंगाजल बन जायेगा।  
जीवन में जो भी करो, पूरे समर्पण के साथ करो।
 प्रेम करो तो मीरा की तरह। 
प्रतीक्षा करो तो शबरी की तरह।
 भक्ति करो तो हनुमान की तरह।
 शिष्य बनो तो अर्जुन के समान। 
और मित्र बनो तो स्वयं कृष्ण के समान। 
करके देखो आसान है। 

हरिवंशराय बच्चनजी की सुन्दर कविता

हरिवंशराय बच्चनजी की सुन्दर कविता

अगर बिकी तेरी दोस्ती
तो पहले ख़रीददार हम होंगे ...

तुझे ख़बर न होगी तेरी क़ीमत
पर तुझे पाकर सबसे अमीर हम होंगे 

दोस्त साथ हो तो रोने में भी शान है
दोस्त ना हो तो महफिल भी *श्मशान है

सारा खेल दोस्ती का है ऐ मेरे दोस्त
वरना जनाजा और बारात एक ही समान है

Wednesday, September 14, 2016

एक खूबसूरत सोच :


जीवन में किसी का भला करोग


पकड़ लो हाथ मेरा प्रभु







एक आदमी ने गुरू नानक ji से पूछा: मैं इतना गरीब क्यों हूँ....?

एक आदमी ने गुरू नानक ji से पूछा: मैं इतना गरीब क्यों हूँ....?

गुरू नानक ji ने कहा: तुम गरीब हो क्योंकि तुमने देना नहीं सीखा....

आदमी ने कहा: परन्तु मेरे पास तो देने के लिए कुछ भी नहीं है

 गुरू नानक ji ने कहा:
तुम्हारा चेहरा, एक मुस्कान दे सकता है..तुम्हारा मुँह, किसी की प्रशंसा कर सकता है या दूसरों को सुकून पहुंचाने के लिए दो मीठे बोल बोल सकता है.. तुम्हारे हाथ, किसी ज़रूरतमंद की सहायता कर सकते हैं.. और तुम कहते हो तुम्हारे पास देने के लिए कुछ भी नहीं..!! आत्मा की गरीबी ही वास्तविक गरीबी है..

 पाने का हक उसी को है.. जो देना जानता है.