कुछ भी नया करने में संकोच मत करो।
कुछ भी नया करने में संकोच मत करो।
ये मत सोचो की हार होगी .....
हार तो कभी नही होती....
या तो जीत मीलती है...
या तो सीख मीलती है..
डाली पर बैठे हुए परिंदे को पता है कि डाली कमज़ोर है ,
फिर भी वो उस डाली पर बैठता है क़्योकी उसको डाली से ज़यादा अपने पंख पर भरोसा है. "
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