Saturday, April 29, 2017

अपनी कमियाँ कभी किसी को न बताएँ

अपनी कमियाँ कभी किसी को न बताएँ,
लेकिन खुद अपनी कमियाँ जरूर स्वीकार करें,
क्योंकि जबतक आप खुद अपनी कमी नहीं स्वीकार करेंगे;
तबतक आप उसे दूर करने की कोशिश नहीं करेंगे.

जो सबक हमें जिंदगी सिखाती है वो किताबों में नहीं मिलती है

जो सबक हमें जिंदगी सिखाती है वो किताबों में नहीं मिलती है.
क्योंकि जिंदगी के सबकों के आधार पर किताबें लिखी जाती है
न कि किताबों के आधार पर जिंदगी चलती है.

भगवद्गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं, “मैं किसी के भाग्य नहीं बनाता हूँ

  • भगवद्गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं, “मैं किसी के भाग्य नहीं बनाता हूँ, हर कोई अपना भाग्य खुद बनाता है.
    तुम आज जो कर रहे हो उसका फल तुम्हें कल प्राप्त होगा, और आज जो तुम्हारा भाग्य है वह तुम्हारे पहले
    किए गए कर्मों का फल है.”

रिश्ते हमेशा एक दूसरे ...




रिश्ते हमेशा एक दूसरे 
का ख्याल रखने के लिए 
बनाये जाते है 
एक दूसरे का इस्तेमाल 
करने के लिए नहीं 






















Thursday, April 27, 2017

सर्ब कर बन्दे , मुसीबत के दिन गुजर जायेगे.


हमेशा बेटियो को ही क्यू कहा जाता है



मन का धर्म है मनन करना, मनन में ही उसे आनंद है, मनन में बाधा प्राप्त होने से उसे पीड़ा होती है|

मन का धर्म है मनन करना, मनन में ही उसे आनंद है, 
मनन में बाधा प्राप्त होने से उसे पीड़ा होती है| 

भगवान ने मनुष्य को अपने ही समान बनाया, 
पर दुर्भाग्य से इन्सान ने भगवान को अपने जैसा बना डाला | 

निरंतर विकास जीवन का एक नियम है, 
और जो भी व्यक्ति खुद को सही दिखाने के 
लिए अपनी रूढ़िवादिता को बरकरार रखने की कोशिश करता है 
वो खुद को एक गलत स्थिति में पंहुचा देता है। 

कृष्ण ने राधा से पूछा ऐसी